गिलोय की विशेषताएँ
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गिलोय एक प्रकार की बेल है, जिसके पत्ते पान के पत्तों के समान होते हैं। इसे आयुर्वेद में अमृत के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। बुखार के इलाज में गिलोय को एक महत्वपूर्ण औषधि माना गया है।
गिलोय के स्वास्थ्य लाभ
गिलोय का रस पीने से शरीर में विभिन्न बीमारियों का इलाज संभव है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं। यह वात, कफ और पित्त को संतुलित करने में मदद करती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
गिलोय में एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। इसे ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से पाया जा सकता है, इसलिए इसे गरीबों का डॉक्टर भी कहा जाता है।
गिलोय के फायदे
गिलोय के फायदे निम्नलिखित हैं:
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं।
- बुखार का इलाज: गिलोय बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
- पाचन में सुधार: गिलोय पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है।
- डायबिटीज का नियंत्रण: गिलोय का रस रक्त शुगर को नियंत्रित करने में सहायक है।
- उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना: गिलोय रक्तचाप को सामान्य रखने में मदद करती है।
- त्वचा की समस्याओं का समाधान: गिलोय का उपयोग त्वचा की समस्याओं को कम करने में किया जाता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ाना: गिलोय आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- शारीरिक कमजोरी को दूर करना: गिलोय का सेवन शरीर को ताकतवर बनाता है।