
स्वास्थ्य के लिए ज्वारे का महत्व
आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोगों के पास अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का समय नहीं है। अनियमित खान-पान के कारण रोगों से लड़ने की क्षमता लगातार कम होती जा रही है।
हालांकि, यदि हम अपने शरीर के प्रति थोड़ी सी सजगता दिखाएं और नियमित दिनचर्या में केवल पंद्रह मिनट का समय निकालें, तो कई बीमारियों से राहत मिल सकती है। स्वस्थ व्यक्तियों को भी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योंकि एक स्वस्थ जीवन का आनंद निरोगी शरीर में ही है।
ज्वारे का रस: चमत्कारी लाभ
रोगियों को प्रतिदिन चार बड़े गिलास ज्वारे का रस दिया जाता है। जिन रोगियों ने जीवन की आशा छोड़ दी थी, उन्हें भी तीन दिन के भीतर अद्भुत लाभ देखने को मिला है।
अगर ज्वारे का रस रोगियों के लिए इतना फायदेमंद है, तो स्वस्थ व्यक्तियों के लिए इसका लाभ कितना अधिक होगा!
गेहूँ के ज्वारे का रस के फायदे
गेहूँ के ज्वारे का रस, जो नवरात्रि जैसे त्योहारों पर घर-घर में उगाया जाता है, स्वास्थ्य के लिए एक अनमोल उपहार है। इसे 'हरा लहू' भी कहा जाता है।
इस रस के सेवन से 350 से अधिक रोगों के उपचार में चमत्कारी परिणाम देखने को मिले हैं। यह एक शक्तिशाली टॉनिक है, जिसमें सभी आवश्यक विटामिन, खनिज और प्रोटीन मौजूद हैं।
ज्वारे उगाने की विधि
गेहूँ के ज्वारे उगाने के लिए मिट्टी के बर्तन लें और उनमें खाद मिली मिट्टी डालें। पहले दिन एक बर्तन में गेहूँ बोएं और उसे पानी दें।
नौवें दिन पहले बर्तन में उगे ज्वारे काटकर उपयोग करें। इस प्रक्रिया को नियमित रूप से दोहराएं।
ज्वारे का रस बनाने की विधि
ज्वारे को काटकर तुरंत धो लें और फिर उन्हें कूटकर रस निकालें। रस निकालने के बाद इसे तुरंत पिएं।
प्रारंभ में कुछ लोगों को उल्टी या सर्दी हो सकती है, लेकिन यह शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों के निकलने का संकेत है।
ज्वारे का रस: सस्ता और गुणकारी
ज्वारे का रस दूध और मांस से अधिक गुणकारी है, और यह सस्ता भी है। इसे घर पर उगाकर कोई भी व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को सुधार सकता है।
यह रस नवजात शिशुओं से लेकर वृद्धों तक सभी के लिए फायदेमंद है।