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हाथों और पैरों में झनझनाहट: कारण और घरेलू उपाय

हाथों और पैरों में झनझनाहट एक आम समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस लेख में, हम झनझनाहट के कारणों और इससे राहत पाने के लिए कुछ प्रभावी घरेलू उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे आप अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

हाथों और पैरों में झनझनाहट की समस्या

कई लोग हाथों और पैरों में झनझनाहट और सुन्न होने की समस्या का सामना करते हैं। यह स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।


इसलिए, तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना और उपचार शुरू करना बेहतर होता है। आज के इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे, इसे अंत तक पढ़ें।


एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठे रहने से हाथ और पैर सुन्न हो सकते हैं। इस स्थिति में, जब हम किसी वस्तु को छूते हैं, तो हमें उसका अहसास नहीं होता। इस दौरान, हाथों और पैरों में सुई चुभने जैसा अनुभव या झनझनाहट महसूस होती है।


झनझनाहट के अन्य कारण

तंत्रिका तंत्र पर दबाव या चोट लगने से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।


शरीर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, बी-12, मैग्नीशियम और पोटेशियम की कमी भी झनझनाहट का कारण बन सकती है।


जब कोशिकाओं के कार्य में असामान्यता होती है, तब भी झनझनाहट महसूस हो सकती है।


रक्त वाहिकाओं के दबाव या रक्त प्रवाह में रुकावट भी इस समस्या को जन्म देती है।


कुछ खाद्य पदार्थ या दवाएं भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं।


मधुमेह के रोगियों में यह समस्या अधिक होती है, और अत्यधिक शराब या धूम्रपान करने से भी झनझनाहट हो सकती है।


ठंडे पानी में लंबे समय तक रहने या ठंडी वस्तुओं को छूने से भी झनझनाहट का अनुभव हो सकता है।


ध्यान रखने योग्य बातें

हाथों और पैरों में झनझनाहट कई कारणों से होती है, जो शरीर में पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकती है। इसलिए, ऐसे फलों और सब्जियों का सेवन करें जो पोषक तत्वों की कमी को पूरा करें।


अपने दैनिक आहार में मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे, अलसी के बीज, काजू, जौ की दलिया, पनीर, सोयाबीन और चॉकलेट शामिल करें। नियमित रूप से एक घंटे का व्यायाम भी करें, इससे झनझनाहट में राहत मिलेगी।


झनझनाहट के लिए 4 सरल घरेलू उपाय

हल्दी दूध: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एक गिलास दूध में हल्दी मिलाकर उबालें और ठंडा करके पिएं। प्रभावित स्थान पर हल्दी और पानी का पेस्ट लगाएं।


आंवला और अश्वगंधा: नियमित रूप से अश्वगंधा और आंवला चूर्ण का सेवन करें, इससे दर्द में राहत मिलेगी।


लहसुन, जीरा, लौंग और इलायची का चूर्ण: इन सभी को पीसकर चूर्ण बनाएं और पानी के साथ सेवन करें।


दालचीनी और शहद: दालचीनी का सेवन रक्त संचार में सुधार करता है। एक गिलास पानी में दालचीनी उबालें और शहद मिलाकर पिएं।


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